हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,स्वीडिश कि एक रिपोर्ट के अनुसार,इस अदालत ने 11 मुस्लिम युवकों को कुरआन जलाने के खिलाफ़ प्रदर्शनों के दौरान दंगा भड़काने और स्वीडिश पुलिस पर हमला करने के आरोप से बरी कर दिया हैं।
यह प्रदर्शन डेनमार्क के दक्षिणपंथी अतिवादी व्यक्ति रैसमस पालुदान द्वारा पिछले साल ईस्टर पर पवित्र कुरआन की एक प्रति जलाने के बाद हुआ था।
मुस्लिम युवाओं के पक्ष में स्वीडिश अदालत के फैसले ने देश की दक्षिणपंथी डेमोक्रेटिक पार्टी को नाराज़ कर दिया इस पार्टी के प्रमुख नेताओं में से एक ने अदालत के फैसले को पागलपन बताया उनके अनुसार, इसके बा वजूद कि इन युवकों ने पत्थर फेंकने की बात कबूल कर ली है लेकिन उनका बरी होना अनुचित हैं।
स्वीडिश बार एसोसिएशन के महासचिव और उप्साला विश्वविद्यालय के न्यासी बोर्ड के अध्यक्ष एन रामबर्ग ने भी स्वीडन की डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों के बयानों पर आश्चर्य व्यक्त किया और कि इन सदस्यों से कानून के शासन का सम्मान करने की मांग की हैं।